खूंटी। जिले की पंचायतों में जल शक्ति अभियान के लिए आमजनों को जिला प्रशासन प्रोत्साहित कर रहा है। श्रमदान कर जल संरक्षण के विभिन्न माध्यमों को अपनाया जा रहा है। इसमें क्षेत्र की सेविका, सहायिका और सखी मंडल की दीदियां बढ़-चढ़ कर आगे आ रही हैं। खूंटी प्रखंड के चालम गांव के ग्रामीणों में जल संचयन के प्रति लगातार जागरूकता आ रही है।
जल संरक्षण व वर्षा जल संग्रहण, तालाब और अन्य जल संग्रहण सरंचनाओं का जीर्णोद्धार, बोरवेल रिचार्ज सहित अन्य संरचनाओं के माध्यम व भू-जल भरण तथा वेस्ट वाटर का पुनरुपयोग, जलछाजन विकास, वृक्षा रोपण कार्य से जल संरक्षण के प्रति जागरूक दृष्टिकोण अपनाये जा रहे हैं। क्षेत्र की महिलाएं बताती हैं उन्हें भी इस बात की समझ है कि जल संरक्षण हमारे जीवन का आधार है। हर व्यक्ति को जल संरक्षण की शुरुआत अपने घरों से करने की आवश्यकता है।
हर व्यक्ति को अपने व्यवहार में परिवर्तन लाने की जरूरत है ताकि यह अभियान सही मायनों में सार्थक हो सके। कर्रा और अड़की प्रखंड में ग्रामसभा का आयोजन कर ग्रामीणों को बताया गया कि हमारी सबसे बड़ी चुनौती जल संरक्षण की है। जिस तरह से जल का दुरुपयोग हो रहा है, यह एक विकट परिस्थिति है, जिस पर हमें सजग होना चाहिए। इसका स्थायी समाधान है जलसंरक्षण व पौधरोपण। इस कार्य को सफल बनाने के लिए सभी वर्ग के लोगों को आगे आना चाहिए, तभी मानव कल्याण के लिए यह सबसे बड़ा काम पूर्ण हो सकेगा। जल संरक्षण के उपायों के बारे में सोचना होगा व इन उपायों को क्रियान्वित करना होगा।
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